Thursday 16 July 2015
Wednesday 15 July 2015
प्रिय सुधर्मा !
जिस-जिस स्थान पर जाने से लोगो मे कुदृष्टि उत्पन्न हो , कुविचार उत्पन्न हो , अपना अपकृत हो , अपनी बदनामी हो , अपने मे व्यथा उत्पन्न हो प्रिय सुधर्मा ! उस स्थान पर भूलकर भी नही जाना चाहिए ।भूलकर भी उस स्थान के लोगो से सम्पर्क नही करना चाहिए , क्यो की वहॉ अपकृत उत्पन्न होता है ।
लोगो की दृष्टि आप साधुओं के लिए खराब हो सकती है ।
जिस-जिस स्थान पर जाने से लोगो मे कुदृष्टि उत्पन्न हो , कुविचार उत्पन्न हो , अपना अपकृत हो , अपनी बदनामी हो , अपने मे व्यथा उत्पन्न हो प्रिय सुधर्मा ! उस स्थान पर भूलकर भी नही जाना चाहिए ।भूलकर भी उस स्थान के लोगो से सम्पर्क नही करना चाहिए , क्यो की वहॉ अपकृत उत्पन्न होता है ।
लोगो की दृष्टि आप साधुओं के लिए खराब हो सकती है ।
-----------------अघोरेश्वर भगवान राम ।
Saturday 1 February 2014
देश की हड्डी को चूस रहें हैं
सुधर्मा ! आज हमारे देश के निवासी अपने अज्ञान वश कितनी ही विभिन्नताओ एवं जाति-उपजाति, ऊँच-नीच, बड़ा छोटा, भासा प्रान्त और धर्म की भेद मूलक विघटनकारी भावनाओ एवं प्रवृत्तियों के जाल में उलझे हुयें हैं !
देवता, मंदिर, मस्जिद या गरजाघरों के प्रतिनिधित्व का दावा करने वाले लोगों को विकृतियों ने धर दबोचा हैं ! ऐसा प्रतीत होता है कि देश के नये शासको के अनुयायी, वेतन भोगी सेवक अनुशासक का परित्याग कर चुके हैं !
वे अपनी सीमा लाँघ कर, बहुत सी सीमाओं को तोड़कर सभी सर्वमान्य मर्यादाओं का उल्लघन करते रहे हैं और सभी कर रहे हैं ! यह जान पड़ता हैं कि जाति इत्यादि के दानवों ने हमारे रास्ट्र और समाज का रक्त चूस कर उन्हें पहले ही निरीह बना दिया है ! अब सरकारी यंत्रो के संचालक संघारक और उनके असंख्य सेवक स्वान कि भाति उसकी हड्डी चबाने के कृत्य में संलंग्न हैं ! जिस प्रकार श्वान मुर्दा की हड्डी चबाने के क्रम में अपने ही मुख से निकलने वाले रक्त को मृतक का रक्त समझकर और भी चाव से उस हड्डी को चबाने और काटने लगता है उसी प्रकार से ये सरकारी कर्मचारी रास्ट्र और समाज की बची खुची हड्डियों में अभी रक्त शेष है ऎसा सोच कर उन्हें अत्त्यंत ही उतावला और उज्झखल होकर बारबार नोचते हैं और चूसते हैं! उन्हें नहीं मालूम है कि इन हड्डियों के गलकर फटने से ही कुछ रक्त उन्हें मिल रहा हैं !
सुधर्मा ! कोई ऐसी राजकीय संस्था नहीं है, कोई ऐसा अधिकारी नहीं है जो अपने इस संस्कृत देश के निरीह नागरिको को पनाह दे सके, उन्हें इस ब्यापक घुटन से मुक्त कर साँस लेने की छूट दे सके !
यह जो नित्य प्रति हर वर्ग के हर वर्ण में घट रहा है, उस अज्ञात की देन नहीं है !
Sunday 15 July 2012
Now we publishing the list of main branch of Sri Sarveshwari samooh,
You can contact and reach to any where and with any one by the following branches, if you are any where in India.....
You can contact and reach to any where and with any one by the following branches, if you are any where in India.....
1-Aughar Bhagwaan Raam Kusth Sewa Ashram, Sai Nadi ka tat Munshiganj, Raebareli.
2-Sri Sarveshwari Shakha Devkali Baipas Mikhapur Road, Post sadar Faijabad
3- Sri Sarveshwari Shakha 250/1 Shankar ghat colony Post Teliyarganj Allahabad
4- Sri Sarveshwari Shakha 55/E/141K Naya Sadarikheda, Alambag, Lucknow
Sri Sarveshwari Shakha 5,Rajbhawan colony, Lucknow
5- Sri Sarveshwari Shakha Tejibajar, Jaunpur
6- Sri Sarveshwari Shakha Thauri, Sultanpur
7- Sri Sarveshwari Shakha Sujanpur, Post Panki power house, Kanpur
8- Sri Sarveshwari Shakha Nayakdeeh, Soniyapaar, Gajipur
9- Sri Sarveshwari Shakha Menajpur, Ajamgarh
10- Sri Sarveshwari Shakha Sri Sarveshwari Shakha Umara Post-Diwaya, Pratapgarh
11- Sri Sarveshwari Shakha Samodhpur, Digri collage ke paas, Jaunpur.
12- Sri Sarveshwari Shakha Jila parisad bhawan flat-1 husainabad, Jaunpur
13- Sri Sarveshwari Shakha Kusha, Post Adalpur, Mirjapur
14- Abhed Ashram Sri Sarveshwari Shakha Sakaldeeha, Chandauli
15- Sri Sarveshwari Shakha Myorpur Sonbadhra
16- Sri Sarveshwari Shakha Saray Muhana Varanasi
17- Sri Sarveshwari Shakha, Sahjaora, Dist-Raebareli, 229001 U.P.
18- Sri Sarveshwari Shakha Renukut, J. R. 173 Hindalko colony, Renukut, Sonbhadra UP
19- Sri Sarveshwari Shakha Churk, Sonbhadra
20- Avdhoot Bhagwaan Ram Charan Paduka Sthal, Aghor tekari station se uttar, Sarnath, Varanasi
21- Sri Sarveshwari Shakha Handaur, Pratapgarh
Chattisgarh
22- Bramhnisthalay adarsh village, Sogda, Jashpur
23-vamdev Nagar, Gamhariya, Jashpur
24-Jansheva Abhed Ashram, Narayanpur
25- Sri Sarveshwari Shakha Ambikapur, Gandhi chauk opposite Radio station Ambikapur, Dist-Sarguja
26- Sri Sarveshwari Shakha vadarf Nagar, Dist- Sarguja
27- Sri Sarveshwari Shakha Post-Niyapur, Jagdalpur Dist-Bastar
28- Sri Sarveshwari Shakha Bhanpuri, post-Pentri, Rajnadgav.
29- Avdhoot Bhagwaan Ram seva Ashram Balko Sec-4, near forest verier Balko Nagar Dist- Korba
30- Sri Sarveshwari Sansthan Siddhababa, Bhatapara, Raipur
31- Sri Sarveshwari Shakha Kali mandir Sonumuda, Raigarh.
32- Sri Sarveshwari Shakha Sendari Koni Bilashpur.
33-Sri Sarveshwari Samooh Augarh ki takiya Post- Bagicha Dist-Jashpur
34- Avdhoot Bhagwaan Ram seva Ashram, Near dhakur diya college, Kharsiya, Dist-Raigarh
35- Sri Sarveshwari Samooh Sansthan Devsthanam Shakha Kirari, Dist-janjgari Champa
36- Sri Sarveshwari Samooh Shakha Pandariya, Dist- Bilashpur
37-Sri Sarveshwari Samooh Shakha Post-Batauli Dist-Sarguja
38-Sri Sarveshwari Samooh Sasthan Devsathanam Shakha Sindur Giri Dalha Akaltara Dist-Jajgir Champa
39-Sri Sarveshwari Samooh Shakha Mugeli Dist-Bilaspur
40-Sri Sarveshwari samooh Shakha Baikunthpur Dist-Koriya
Mathya Pradesh
41-Avdhoot Bhagwaan Ram Kusth Seva Ashram Babupur Chitrakut
Gova
42- Sri Sarveshwari Samooh Sasthan Avdhoot Bhagvan Ram Ashram Jatashankar Sasmolin Hil Gandhinagar Vaskodigama
Delhi
43- Baba Bhagvan Ram Trust S.K.C 910 Shipra Krishna Vista Apartments Plat No-14 Ahinsa Khand Indirapuram Gajiyabad
Bihar
44- Sri sarveshwari Samooh shakha Kirhindi Rohtas
45- Sri Sarveshwari Samooh Shakha Bakhtiyarpur Patna
46- Sri Sarveshwari Samooh Shakha Varun Dist-Auragabad
47-- Sri Sarveshwari Samooh Shakha Bagva Gadhani Dist Bhojpur Ara
48- - Sri Sarveshwari Samooh Shakha Sirni Bajar Dist-Purvi Champaran
49-- Sri Sarveshwari Samooh Shakha Gopalganj Behind Bhinj Stadium Dist-Gopalganj
50- - Sri Sarveshwari Samooh Shakha Sasaram Rohtas
51- - Sri Sarveshwari Samooh Shakha Dihri Dalmiya Nagar Roahtas
52- - Sri Sarveshwari Samooh Shakha Baghini Harinathpur kaimur
53- Sri Sarveshwari Samooh Shakha mairva Dist- Sivan
54- Sri Sarveshwari Samooh Shakha Ara Bhojpur
55- Sri Sarveshwari Samooh Shakha Avdhoot Nagar Baheliya Post- Tali Prakhand-Guthani Dist-Sivan
56- Sri Sarveshwari Samooh Shakha Village and Post-Khajura Dist-Kaimur Bhahua
Jharkhand
57- Pujaypad Aughar Bhagvan Ram Ashram Bada Talab West Lake Road Aghor Path Ranchi
58- Sri Sarveshwari Samooh Shakha Ghaghara Dist-Gumla
59- Sri Sarveshwari Samooh Prarthana Grah Patel Park Behind Purana Bus Stand Dist-Gumla
60- Sri Sarveshwari Samooh Shakha Simdega Near District Hospital, Dist-Gumla
61- Sri Sarveshwari Samooh Aughar Bhagvan Ram Ashram Pardih Post-Kapali Jamshedpur
62- Sri Sarveshwari Samooh Shakha Jayprakash Nagar Dhanbad
63- Sri Sarveshwari Samooh Shakha Post-Ketar Dist-Gadhawa
64- Sri Sarveshwari Seva Ashram Sudana Daltanganj Dist-Palamu
65- Sri Sarveshwari Samooh Shakha Gadhwa Dist- Gadhwa
66- Sri Sarveshwari Samooh Shakha Nvadih Post Polpol Dist- Palamu
67- Sri Sarveshwari Samooh Shakha Vishrampur Dist-Gadhwa
68- Sri Sarveshwari Samooh Shakha Bokaro Sec-6 Near Garga Nadi, Bokaro
69- Sri Sarveshwari Samooh Shakha Ranka Dist- Gadhwa
70- Sri Sarveshwari Samooh Shakha Nagar Utari Gadhwa
71- Sri Sarveshwari Samooh Sansthan Devsthanam Bhagvan Mahavarah Sthal Marhatiya Post-Tildag Dist-Gadhwa
72- Sri Sarveshwari Samooh Shakha Post-Bhavnathpur Dist-Gadhwa
73- Sri Sarveshwari Samooh Shakha Makari Kutiya Dist-Gadhwa
Thursday 29 December 2011
प्रदेश अनेक संकटों से गुजर रहा है
"आज हमारा प्रदेश अनेक संकटों से गुजर रहा है, अनेक प्रदेश संकटों से गुजर रहे हैं, लोगों की मानसिकता, मनोदशाए विकृति हो चुकी हैं और जो नौजवान लोग हैं उनके भी चझु जाते रहे हैं !
उनमे उच्श्रन्खालता, अश्थिरिता, वैमनास्यता और बहुत सी ऐसी बहुत सी कमजोरियां घर कर गयी है जिसके चलते एक दुसरे पर से विस्वाश भी जाता रहा है ! एक दुसरे से मैत्री, दया करुना की जो भावना थी वह भी जाती रही है ! मनुष्य किस पर विस्वाश करे, किसको रखे ? ऐसे लोगों के संग-साथ से भी हमें बचना है !वह साथु करता क्या है ? वह पूरे के पूरे भीड़ को ठीक नहीं कर सकता बल्कि जो भी उनके संपर्क में आते है, जो भी उनके संग-साथ में आते हैं, उनके लिए इतनी ही कामना करता है कि वो लोग उस बीज रूप में सुरझित रहे हैं, बचे रहे- ऐसे आक्रमणों से; जो आज सर्वत्र दिखाई पड़ रहा है और उसमे सभी लोग त्रस्त हैं ! यही हमारे लिए बहुत होगा कि उस प्रयत्न को करके हमलोग उस स्थिति को प्राप्त करें और उस बीज में भी अपने -आपको रास्ट्र के लिए बचाए रक्खे ! अपने जो मिलने-जुलनेवाले हैं और अपनी जो आने वाली संतति है उसको भी बचाए रक्खे ! नहीं, तो बहुत सी विकृतियाँ है और वह उन्हें बचे रहने नहीं देंगी, एक-दूसरे के प्रति घ्रणा, ईर्ष्या वह उत्पन्न करती ही रहेगी ! जो हमारा समाज टूट रहा है - अनेक जाति, वर्गों और झेत्रों में बात रहा है, तो उस रास्ट्र के प्रति, समाज के प्रति हमारा भी कुछ योगदान हो ! हमलोग अपने में उपासना कि शक्ति एकत्र करके उस रास्ट्र, समाज के लिए उसमे निर्भय होकर जाये"
परम पूज्य गुरुपद शम्भव राम जी
उनमे उच्श्रन्खालता, अश्थिरिता, वैमनास्यता और बहुत सी ऐसी बहुत सी कमजोरियां घर कर गयी है जिसके चलते एक दुसरे पर से विस्वाश भी जाता रहा है ! एक दुसरे से मैत्री, दया करुना की जो भावना थी वह भी जाती रही है ! मनुष्य किस पर विस्वाश करे, किसको रखे ? ऐसे लोगों के संग-साथ से भी हमें बचना है !वह साथु करता क्या है ? वह पूरे के पूरे भीड़ को ठीक नहीं कर सकता बल्कि जो भी उनके संपर्क में आते है, जो भी उनके संग-साथ में आते हैं, उनके लिए इतनी ही कामना करता है कि वो लोग उस बीज रूप में सुरझित रहे हैं, बचे रहे- ऐसे आक्रमणों से; जो आज सर्वत्र दिखाई पड़ रहा है और उसमे सभी लोग त्रस्त हैं ! यही हमारे लिए बहुत होगा कि उस प्रयत्न को करके हमलोग उस स्थिति को प्राप्त करें और उस बीज में भी अपने -आपको रास्ट्र के लिए बचाए रक्खे ! अपने जो मिलने-जुलनेवाले हैं और अपनी जो आने वाली संतति है उसको भी बचाए रक्खे ! नहीं, तो बहुत सी विकृतियाँ है और वह उन्हें बचे रहने नहीं देंगी, एक-दूसरे के प्रति घ्रणा, ईर्ष्या वह उत्पन्न करती ही रहेगी ! जो हमारा समाज टूट रहा है - अनेक जाति, वर्गों और झेत्रों में बात रहा है, तो उस रास्ट्र के प्रति, समाज के प्रति हमारा भी कुछ योगदान हो ! हमलोग अपने में उपासना कि शक्ति एकत्र करके उस रास्ट्र, समाज के लिए उसमे निर्भय होकर जाये"
परम पूज्य गुरुपद शम्भव राम जी
Sunday 4 September 2011
Lolark Chhath and Aghoreshwar Jayanti, 2011
September 3, 2011 has been celebrated as Loalark Chath of Agahoracharya Baba Kinaram across all the branches of Sri Sarveshwari Samooh.
The funtion at headoffice Aghorpeeth Sri Sarveshwari Samooh Sansthan Devastahnam Parao Varanasi, begins with cleanliness of the premises followed by worship of idol of Baba Kinaram
The funtion at headoffice Aghorpeeth Sri Sarveshwari Samooh Sansthan Devastahnam Parao Varanasi, begins with cleanliness of the premises followed by worship of idol of Baba Kinaram
75th jubilee of Param pujya Aghoreshwar Bhagwaan Ram ji, ”President” Baba Bhagwan Ram trust, Sri Sarveshwari Samooh, and Aghor Parisad Trust, has been celebrated on September 4, 2011, in Aghorpeeth Sri Sarveshwari Samooh, Devsthanam, Parav, Varanasi, India. At this occasion a prabhat pheri was start at 5.30 AM from Avdhoot Bhagwaan Ram kusth seva Ashram, till Aghoreshar Mahavibhuti Sthal, and backed with Gangajal.after that Parampujya Baba Gurupad Sambhav Ram Ji, did worship of holy feet (Charan Paduka) of Param Pujya Aghoreshwar.
In evening events Gosthi followed by Bhajan Kirtan and Ashirvahan of Parampujya pujyapad Gurupad Sambhav Ram ji, Mr. Jai prakash lal (professor of B.H.U.) and Mr. Gulab Singh were main guest of Gosthi.
In Goshthi Pujyapad said : “ham kisi bhi bat se anbhigya nahi hain, agar ham man, karm, aur vachan se koi cheej nahi apnaynge to ham wah prapt nahi kar payenge jisko ham prapt karna chahte haiN.Manveeya kamjoriyoN ko dur karna chahiye, ham logon ko bhatakna nahi chahiye. Sant mahapurusoN ko bate pramadit hoti haiN, manusy ko sahi hantho me apna hanth dena chahiye, manusy ka jeevan bahut hi mahatvpurna hai. Aaj avasyakta hai ki ham maha purusoN ki waniyon pe chale, agar ham challenge to accha hoga. Dharm hame jodta hai Todta nahi hai. “
Dr. V. P. Singh addressed to ghosthi-vigat 30 varshoN se param pujya Aghoreshwar Bhagwan ram ji, And Pujypad Baba Sambhav Ram ji, se juda hun, Aghoreshwar Bhagwan Ram Ji ke dhwara kusth rog ke nivaran ke liye mak kiya gya, aur kiya jata rahta hai, wah aisa kary kiye jo atuly hai. Unka janm hi manav kalian ke liye hua tha. At this occasion a smarika “ Aghoreshwar Jayanti parv” has been redemption by Dr. V.P. Singh.
Thursday 4 August 2011
ग्राम अधौरा में सम्पादित चिकित्सा शिविर
देश में राजनितिक और सामाजिक संकट गहराया हुआ है क्योंकी जिमेदार ओहदों पर बैठे लोग समाज के प्रति अपने उत्तरदायित्व का निर्वाह नहीं कर रहे हैं ! इसी के परिणाम स्वरूप नक्सलवाद एक समस्या बनकर नौ राज्यों में उभरा है ! श्री सर्वेश्वरी समूह के संस्थापक परमपूज्य अघोरेश्वर भगवान् राम जी ने इन्ही सामाजिक संकट से निजात दिलाने के लिए कहा था कि "जिसे जीवित जाग्रत प्राणियों से प्रेम नहीं होता उसे मंदिरके देवता व् मस्जिद के सुन्य निराकार ईश्वर से प्रेम नहीं हो सकता" ! परमपूज्य के मुखरबिन्द से निकले इसी सन्देश को ध्यान में रखते हुए प्रधान कार्यालय, श्री सर्वेश्वरी समूह ने माह अप्रेल २०११ में घोर निर्जर स्थान और आपसी जातीय संघर्स के सिकार बिहार के कैमूर इलाके के ग्राम अधौरा की पहाड़ियों में एक निशुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन किया और २०३० ग्रामीण रोगियों के समस्त रोगों का इलाज कर औसधियों को वितरण किया गया ! यह ऐसा झेत्र है जहा आपराधिक तत्वों के भय से रात्रि तो दूर दिन में भी प्रशासन के लोग जाने से कतराते थे !
विदित हो की संस्था द्वारा लगाये गये इस शिविर में इसी संस्था दुवारा प्रथम बार लगाये गये शिविर का प्रभाव वहां के रोगियों एवं वातावरण में प्रत्यझ दिखाई दे रहा था ! इस झेत्र में सरकार द्वारा स्वीकृति स्वास्थ्य संबंथी सेवाये प्रशासनिक कमजोरी के चलते उपलब्ध नहीं हो पाती थी ! सेवा के नाम पर सिर्फ एक डाकिया ही था जो कभी-कभार उनलोगों की मदद कर देता था ! संस्था की इस पहल के पश्चात राज्य सरकार के लोग भी इस झेत्र में जाकर ग्रामीण लोगों की चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने लगे! अप्रेल २०११ में आयोजित चिकित्सा शिविर में विभिन्न राज्यों से आये हुए लगभग २० चिकित्सक शामिल थे ! इससे पूर्व भी नौगढ़, चंदौली में ऐसे ही परिस्थितियों में एक चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया था ! संस्था के इस प्रयास के बाद इन झेत्रों में भी नियुक्त चिकित्सक निर्भय होकर ग्रामीणों को अपनी सेवाएं देने लगे !
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