" पुरुषार्थ ना करने वाला प्राणी ही दरिद्रता को प्राप्त होता है | माँ गुरु के शरण में कोई बता नहीं | आत्मविश्वास ही सफल जीवन की आधारशिला है | सांसारिक भेदभावो के त्याग से ही अमर ज्योति का दर्शन होता है | जीवन अविनाशी है और कर्मफल को भोगना अनिवार्य है | अस्तु, तू सतकर्म-रत रह |"
Saturday, 7 May 2011
आशीर्वचन
" पुरुषार्थ ना करने वाला प्राणी ही दरिद्रता को प्राप्त होता है | माँ गुरु के शरण में कोई बता नहीं | आत्मविश्वास ही सफल जीवन की आधारशिला है | सांसारिक भेदभावो के त्याग से ही अमर ज्योति का दर्शन होता है | जीवन अविनाशी है और कर्मफल को भोगना अनिवार्य है | अस्तु, तू सतकर्म-रत रह |"
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Jai Maa Guru...
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